रुकावटें तो जिंदा
इंसानों के लिए हैं….।
‘अर्थी’ के लिए तो
सब रास्ता छोड़ देते हैं ….।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
रुकावटें तो जिंदा
इंसानों के लिए हैं….।
‘अर्थी’ के लिए तो
सब रास्ता छोड़ देते हैं ….।