तस्वीर बना कर उसकी आस्मां पे टांग आया हूँ…
और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है ।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तस्वीर बना कर उसकी आस्मां पे टांग आया हूँ…
और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है ।