पता नहीं क्या रिश्ता था टहनी से उस पंछी का..
उसके उड़ जाने पर वो बड़ी देर तक काँपती रही..!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
पता नहीं क्या रिश्ता था टहनी से उस पंछी का..
उसके उड़ जाने पर वो बड़ी देर तक काँपती रही..!