थोड़ी सी तमीज़
मुझे भी फ़रमा
मेरे मौला,
रंजिश के इस दौर में
और भी बेख़ौफ़
होता जा रहा हूँ….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
थोड़ी सी तमीज़
मुझे भी फ़रमा
मेरे मौला,
रंजिश के इस दौर में
और भी बेख़ौफ़
होता जा रहा हूँ….