अब ना कोई शिकवा,
ना गिला,ना कोई मलाल रहा.
सितम तेरे भी बेहिसाब रहे,
सब्र मेरा भी कमाल रहा!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अब ना कोई शिकवा,
ना गिला,ना कोई मलाल रहा.
सितम तेरे भी बेहिसाब रहे,
सब्र मेरा भी कमाल रहा!!