सबरंग गुलशनो को बिखर जाने दो ज़रा ।।
मेरे हुनर को और निखर जाने दो ज़रा ।।
दुश्मनो का हम ही करेंगे मुकाबला ,
कश्ती से बुज़दिलो को उतर जाने दो ज़रा ।।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सबरंग गुलशनो को बिखर जाने दो ज़रा ।।
मेरे हुनर को और निखर जाने दो ज़रा ।।
दुश्मनो का हम ही करेंगे मुकाबला ,
कश्ती से बुज़दिलो को उतर जाने दो ज़रा ।।