by pyarishayri - 2 Line Shayri, Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 12, 2016 फिर ग़लतफैमियो में फिर ग़लतफैमियो में डाल दिया.. जाते हुए मुस्कुराना ज़रूरी था ?