तेरे काफ़िले मेँ

मुझे तेरे काफ़िले मेँ

चलने का कोई
शौक नहीँ.
मगर तेरे साथ कोई और चले मुझे
अच्छा

नहीँ लगता

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version