तुमसे इंसानियत का रिश्ता ,
सरकारी गवाहों का मोहताज़ नही
मोहब्बत मुल्क की मिट्टी में बसी ,
सियासत पूरे आवाम की आवाज़ नही ।।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुमसे इंसानियत का रिश्ता ,
सरकारी गवाहों का मोहताज़ नही
मोहब्बत मुल्क की मिट्टी में बसी ,
सियासत पूरे आवाम की आवाज़ नही ।।