गुरुर-ए-हुस्न की मदहोशी में,
उनको ये भी नहीं खबर;
कौन चाहेगा सिवा मेरे,
उनको उम्र ढल जाने के बाद !!……
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
गुरुर-ए-हुस्न की मदहोशी में,
उनको ये भी नहीं खबर;
कौन चाहेगा सिवा मेरे,
उनको उम्र ढल जाने के बाद !!……