by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी शायरी - October 3, 2016 उल्टी पड़ी है उल्टी पड़ी है, कश्तीयाँ रेत पर मेरी…!! कोई ले गया है, दिल से समंदर निकाल कर…!!