by pyarishayri - Facebook Status, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 10, 2016 वक़्त की गर्दिश न रुकी वक़्त की गर्दिश और न ज़माना बदला, पेड़ सूखा तो परिन्दों ने ठिकाना बदला…