मोहब्बत का कफ़न दे दो तो शायद फिर जनम ले ले !!
अभी इंसानियत की लाश चौराहे पे रक्खी है !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मोहब्बत का कफ़न दे दो तो शायद फिर जनम ले ले !!
अभी इंसानियत की लाश चौराहे पे रक्खी है !!