by pyarishayri - Facebook Status, Hindi, Hindi Shayri, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, प्यारी शायरी, याद, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 26, 2016 मरम्मतें खुद की मरम्मतें खुद की रोज़ करता हूँ, रोज़ मेरे अंदर एक नुक्स निकल आता है !!