by pyarishayri - Facebook Status, Hindi, Hindi Shayri, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, प्यारी शायरी, याद, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 24, 2016 बीती जो खुद पर बीती जो खुद पर तो कुछ न आया समझ, मशवरे यूँ तो हम औरों को दिया करते थे|