कहने को तो तुम कुछ भी कहती रहो .. !!
मगर
भीगी पलकों से जाहिर है, कि भूली तुम भी नहीं हो..||
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कहने को तो तुम कुछ भी कहती रहो .. !!
मगर
भीगी पलकों से जाहिर है, कि भूली तुम भी नहीं हो..||