मुस्कुराने के अब बहाने नहीं
ढूढने पड़ते तुम्हें याद
करते हैं तमन्ना
पुरी हो जाती है|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुस्कुराने के अब बहाने नहीं
ढूढने पड़ते तुम्हें याद
करते हैं तमन्ना
पुरी हो जाती है|