क़ुर्बानी देनी ही है तो अपने ऐबों की दो..
इन मासूम जानवरों को मार कर जन्नत नसीब नहीं होगी..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
क़ुर्बानी देनी ही है तो अपने ऐबों की दो..
इन मासूम जानवरों को मार कर जन्नत नसीब नहीं होगी..