हाल ए दिल

हाल ए दिल अपना उनको सुनाए कैसे
मै कितना बिखरा हूँ उनको बताए कैसे

दिन भर तो मेरी मसक्कत मे बीत जाते है
रात का ये मंजर मै उनको दिखाए कैसे

अब तोअपने भी मुँह मोड लेते है मुझसे
तुम भी मेरे अपने हो ये समझाए कैसे

अब तो दीवाना ए आलम ऐसी बढी है
सपनो पे भी वो ही छाए है बतलाए कैसे

मेरा अब हाल बडा ही बोझिल है यारो
अब किसी से गम ए दिल दिखलाए कैसे

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