संबंध कभी भी सबसे जीतकर नहीं निभाए जा सकते…
संबंधों की खुशहाली के लिए
झुकना होता है,
सहना होता है,
दूसरों को जिताना होता है और
स्वयं हारना होता है।सच्चे सम्बन्ध ही वास्तविक पूँजी है।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
संबंध कभी भी सबसे जीतकर नहीं निभाए जा सकते…
संबंधों की खुशहाली के लिए
झुकना होता है,
सहना होता है,
दूसरों को जिताना होता है और
स्वयं हारना होता है।सच्चे सम्बन्ध ही वास्तविक पूँजी है।