नज़र अंदाज़ करने की वज़ह क्या है बता भी दो,
मैं वही हूँ, जिसे तुम दुनिया से अलग बताती थी..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
नज़र अंदाज़ करने की वज़ह क्या है बता भी दो,
मैं वही हूँ, जिसे तुम दुनिया से अलग बताती थी..