तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल को;
ना कोई काम करता है, ना कोई बात सुनता है..”
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल को;
ना कोई काम करता है, ना कोई बात सुनता है..”