by pyarishayri - Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - August 9, 2016 ज़ालिम है तेरी अंगड़ाई दोनों हाथों से लूटती है हमें , कितनी ज़ालिम है तेरी अंगड़ाई…!