शिकायत करने से अच्छा खामोश रहना बेहतर है,
क्योंकि जब किसी को कोई फर्क
नही पड़ता तो शिकायत कैसी |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
शिकायत करने से अच्छा खामोश रहना बेहतर है,
क्योंकि जब किसी को कोई फर्क
नही पड़ता तो शिकायत कैसी |