मुहब्बतों से फ़तेह करते हैं हम ‘दुश्मन’ दिलों को….
हम वो सिकंदर हैं, जो लश्कर नहीं रखते ….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुहब्बतों से फ़तेह करते हैं हम ‘दुश्मन’ दिलों को….
हम वो सिकंदर हैं, जो लश्कर नहीं रखते ….!!