चाँद चुरा के बिंदी बना दूँ, सितारे समेट माँग सजा दूँ!
पकड़ लाऊँ जंगल के सब जुगनू, झिलमिलाती चुनरी तुझे ओढ़ा दूँ!
तुम कहो तो आज तुमको अपना बना लूँ!
तुम कहो तो आज तुमको अपना बना लूँ!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
चाँद चुरा के बिंदी बना दूँ, सितारे समेट माँग सजा दूँ!
पकड़ लाऊँ जंगल के सब जुगनू, झिलमिलाती चुनरी तुझे ओढ़ा दूँ!
तुम कहो तो आज तुमको अपना बना लूँ!
तुम कहो तो आज तुमको अपना बना लूँ!!