कल जैसे ही हमारा मेहबूब चांदनी रात में बाहर आ गया
आसमां का चाँद भी धरती के चाँद को देखकर शर्मा गया|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कल जैसे ही हमारा मेहबूब चांदनी रात में बाहर आ गया
आसमां का चाँद भी धरती के चाँद को देखकर शर्मा गया|