by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, प्यारी शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्यशायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, शायरी, हिंदी शायरी - November 10, 2016 आँख खुली तो आँख खुली तो जाग उठी हसरतें तमाम उसको भी खो दिया जिसको पाया था ख्वाव में|