by pyarishayri - Facebook Status, Hindi Shayri, Shayari, Zindagi Shayri, गज़ल, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - December 3, 2016 उंगलिया डुबी है उंगलिया डुबी है अपने ही लहू में। शायद ये कांच के टुकड़े उठाने की सजा है।।