by pyarishayri - Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 7, 2016 मुसाफिर बना डाला..!! सोचा था घर बनाकर बैठूँगा सुकून से, पर किसी की जरूरतों ने मुसाफिर बना डाला..!!