युँ तो मुद्दते गुजार दी है
हमने तेरे बगैर…
मगर,
आज भी तेरी यादों का एक झोंका
मुझे टुकड़ो मे बिखेर
देता है..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
युँ तो मुद्दते गुजार दी है
हमने तेरे बगैर…
मगर,
आज भी तेरी यादों का एक झोंका
मुझे टुकड़ो मे बिखेर
देता है..