तुम्हारी शातिर नजरे

तुम्हारी शातिर नजरे कत्ल करने में
माहिर हैं,
.
.
.
तो सुन लो. हम भी मर-मर
कर जीने में उस्ताद हो गये है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *