by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 4, 2017 ज़िंदा रहने का ज़िंदा रहने का…कुछ ऐसा ‘अन्दाज़’ रखो, जो तुमको ना समझे…उन्हें’नज़रंदाज’ रखो.!!