सारी महफ़िल लगी हुई थी हुस्न ए यार की तारीफ़ में,
हम चुप बैठे थे क्यूंकि हम तो उनकी सादगी पर मरते है !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सारी महफ़िल लगी हुई थी हुस्न ए यार की तारीफ़ में,
हम चुप बैठे थे क्यूंकि हम तो उनकी सादगी पर मरते है !!