by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - September 15, 2016 ज़िँदा लाशोँ की भीड़ है ज़िँदा लाशोँ की भीड़ है चारोँ तरफ… मौत से भी बड़ा हादसा है जिँदगी…