by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 15, 2016 घर से निकलो तो घर से निकलो तो पता जेब में रखकर निकलो हादसे अक्सर चेहरे की पहचान मिटा दिया करते है..