काश के कभी तुम समझ जाओ मेरी
चाहत की इन्तहा को,
हैरान रह जाओगे तुम
अपनी खुश-नसबी पर..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
काश के कभी तुम समझ जाओ मेरी
चाहत की इन्तहा को,
हैरान रह जाओगे तुम
अपनी खुश-नसबी पर..