by pyarishayri - Hindi, Hindi Shayri, Hindi Shayris, Shayari, Shayri, Urdu Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, वक्त-शायरी, शायरी, हिंदी, हिंदी शायरी - October 17, 2016 अंदर से कोई अंदर से कोई और ही हैं हम साहब और बाहर से ” मजबूर “|