by pyarishayri - गज़ल, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - April 28, 2017 तू भले ही तू भले ही रत्ती भर ना सुनती है मै तेरा नाम बुदबुदाता रहता हूँ