by pyarishayri - Sad Bewafa Shayri In Hindi, Shayri-E-Ishq, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - April 30, 2017 गम ऐ बेगुनाही के मारे है गम ऐ बेगुनाही के मारे है,, हमे ना छेडो.. ज़बान खुलेगी तो,, लफ़्ज़ों से लहू टपकेगा.