Sath Bhi Akela Hun

Tum mere baad ho jaogi tanha sayad, Magar Mai to tumhare sath bhi akela hun

कोई रूठे ना

कोशिश यही रहती है कि हमसे कभी कोई रूठे ना, मगर नजर अंदाज करने वालो से हम नजर नहीं मिलाते…!!!!

तैरती पत्ती से

कई बार नदी पर तैरती पत्ती से भी हो सकता है प्रेम, कई बार प्रेम ही होता है, जो पत्ती को डूबने नहीं देता..!!

बरसों से खामोश हूं.

लोग कहते हैं कि समझो तो..खामोशियां भी बोलती हैं..! मै बरसों से खामोश हूं..और वो बरसों से बेखबर है..!!

सब सो गये

सब सो गये अपने हाले दिल बयां करके अफसोस की मेरा कोई नहीं जो मुझसे कहे तुम क्यों जाग रहे हो..

इंसान बनाया जाए

अब तो मजहब कोई ऐसा चलाया जाए, जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए..

हम तो लिख देते

हम तो लिख देते हैं जो भी ज़हन में आता है, दिल को छू जाए तो इत्तफाक ही समझिए……!!

एहसास होता हैं

चलती रेल में खिड़की के पास बैठकर एहसास होता हैं, मानों जो जितना करीब हैं, वो तेज़ी से दूर जा रहे है..!!!

याद आते हो

मोहब्बत में हिसाब ओ किताब कौन करे, .. तुम याद आते हो और बेहिसाब आते हो ।

तेरा प्यार पाने तक

मेरी चाहत सिर्फ तेरा प्यार पाने तक नहीं..!! मेरी ख्वाहिश तेरे साथ जन्नत जाने की है

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