धड़कने गूजती है सीने में

धड़कने गूजती है सीने में , इतने सुनसान हो गए हैं हम..!!!

ऐ दिल सोजा

ऐ दिल सोजा, अब तेरी शायरी पढ़ने वाली अब किसी और शायर की गजल बन गयी है..⁠⁠⁠⁠

मन को देखो

कभी किसी के चेहरे को मत देखो बल्कि उसके मन को देखो क्योंकि अगर सफ़ेद रंग में वफ़ा होती तो नमक जख्मो की दवा होती।

चले भी आओ तसव्वुर में

चले भी आओ तसव्वुर में मेहरबां बनकर….. आज इंतज़ार तेरा….. दिल को…. हद से कुछ ज्यादा है

कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की

कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की महफिलों से, तो हमें आवाज़ दे देना…हम आज भी अकेले रहते है ॥

कभी जो थक जाओ तुम दुनिया

कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की महफिलों से, तो हमें आवाज़ दे देना…हम आज भी अकेले रहते है ॥

अच्छा हुआ जिसे चाहा

अच्छा हुआ जिसे चाहा…. उसके नही हुए…… नही तो हम गुलाम ही हो जाते…..

हाथ काँप गए

हाथ काँप गए, दिल से उसका अक्स मिटाते, कभी कभी जीने के लिए क्या क्या करना पड़ता है..

ना गम है तू

ना गम है तू…. ना खुशी है तू…,,, मेरी उम्र भर की बस एक कमी है तू….!!!!!

दोस्ती नज़रों से हो तो उसे कुदरत कहते हैं

दोस्ती नज़रों से हो तो उसे कुदरत कहते हैं, सितारों से हो तो उसे जन्नत कहते है, हुसन से हो तो उसे महोब्बत कहते है, और दोस्ती आप जैसे दोस्त से हो तो उसे किस्मत कहते है,

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