by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Urdu Shayri, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - December 2, 2016 जिस्म को छूने से जिस्म को छूने से मुहब्बत नहीं होती……. ये वो जज़्बात है……..जिसे ईमान कहते है.