by pyarishayri - Love Shayri, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - June 12, 2016 क़त्ल अब खेल बन गया क़त्ल अब खेल बन गया क्यूँ की सर सज़ा में कलम नहीं होता