by pyarishayri - Facebook Status, Love Shayri, Mosam Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 10, 2017 कुछ इस क़दर कुछ इस क़दर दिलशिकन थे मुहब्बत के हादसे। हम ज़िन्दगी से फिर कोई शिकवा न कर सके।।