by pyarishayri - Facebook Status, Love Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, Zindagi Shayri, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी - November 26, 2016 मुझ से ही रूठ कर मुझ से ही रूठ कर मुझे ही याद करते हो… . तुम्हें तो ठीक से नाराज़ होना भी नहीं आता|