आज फिर देखा है मुझे किसी ने मोहोब्बत भरी निगाहों से,
और एक बार फिर तेरी ख़ातिर मैंने अपनी निगाहें झुका ली
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आज फिर देखा है मुझे किसी ने मोहोब्बत भरी निगाहों से,
और एक बार फिर तेरी ख़ातिर मैंने अपनी निगाहें झुका ली