अब ये न पूछना कि ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ…
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अब ये न पूछना कि ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ…
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ..!!