by pyarishayri - 2 Line Shayri, Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी - June 7, 2017 सुबह को कुछ है सुबह को कुछ है और शाम को है कुछ और, गरीब की तकलीफ़ें अब अमीरों के लिबास जैसी है।