चिन्ता और असफलताएँ

आत्मबल जिनके अन्दर होता है उनके सामने बीमारियाँ ,चिन्ता और असफलताएँ हार जाती है पर आत्मबल प्रभु भक्ति से हीआता है”

एहसास जब जुड़ते है

एहसास जब जुड़ते है तब भी महसूस होते है एहसास जब टूटते है तब रूह को चीर देते है”

जब से खुद से

जब से खुद से समझोता किया है मानों हर पल टूट रहा हूँ मैं..

क्षमा चाहते हैं

दुसरो को उतनी ही जल्दी क्षमा करो, जितनी जल्दी आप ऊपर वाले से अपने लिए क्षमा चाहते हैं।

लफ्ज ही इजहार

जरूरी नही की लफ्ज ही इजहार करे वो हमारी ख़ामोशी से भी तो प्यार करे”

फ़तेह कर लिया हो

क्या सिखा सकती है ज़िन्दगी उसे जिसने मौत को फ़तेह कर लिया हो…

दिलवालों का तमाशा

लफ्जों में भी कई बार लोग बेईमानी कर जातें हैं। दुनिया वाले हम दिलवालों का तमाशा बना देते हैं।।”

खिलाफत मे ज़िंदगी

खिलाफत मे ज़िंदगी की ये हश्र भी हो गया, मकबरा तो बही है पर मुर्दों ने,कब्रस्तान बदल दिये,

दर्द दिल का

दर्द दिल का कैसे बयाँ करे भला अल्फाजो में हम वो लफ्ज कहाँ से लायें जिसमे समा जायें सब गम”

अल्फ़ाज़ मैला कर दिया

हर भूख हर प्यास हर मतलब को प्यार बताकर लोगों ने यह अल्फ़ाज़ मैला कर दिया”

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